विश्व में इजिप्त के पिरामिड कई रहस्यों से भरे हुए हैं, उस में कई राजाओं के मकबरे मिले हैं जो आज भी चर्चा का विषय है।
लेकिन 1974 में चीन में जमीन के अंदर से एक के बाद एक सैनिकों के पुतले मिलना बहुत आश्चर्यजनक खोज बताई गई है।
यह सैनिकों के पुतले अपने औजारों के साथ अपने जानवरों के साथ हजारों की संख्या में पूरी आर्मी निकलकर बाहर आई जिसे पूरी दुनिया की सबसे बड़ी खोज माना जाता है, जिसे टेराकोटा आर्मी के नाम से भी जाना जाता है।
यह टेराकोटा आर्मी चीन के पहले राजा Qin Shi Huang की मानी जाती है क्योंकि खोजकर्ताओं को यह राजा के मकबरे के आसपास ही तकरीबन 8000 से ज्यादा लोग के पुतले जानवरों और औजारों के साथ मिले जैसे ऐसा लग रहा था की राजा की सुरक्षा करने के लिए यह लोग हर वक्त तत्पर हो।
Qin Shi Huang जब अपने इलाके का राजा बना तो सिर्फ उसकी उम्र 13 साल थी फिर बाद में अपनी महत्वकांक्षा और ताकत का परचम बताते हुए उसने पूरे चीन पर अपना कब्जा कर लिया और पूरे चीन पर शासन करने लगा। उसने इस दौरान कई बड़े काम किए जिसके लिए वह आज भी जाना जाता है ।
जैसे कि नाप तोल की एक यूनिवर्सल सिस्टम बनाई जो जिसे हम आज भी तराजू के साथ उपयोग करते हैं, सबको समझ में आए ऐसी चीन की भाषा भी उसने बनाई और सबसे बड़ी बात जो आज दुनिया के अजूबों में से एक मानी जाती है चीन की दीवार ( Great Wall of CHINA ) भी उसने ही बनाई थी ।
इस राजा के कार्यकाल का जब आखरी वक्त आया तो यह राजा ने जिंदा रहने के लिए पूरी दुनिया में अमरत्व पाने की खोज शुरू कर दी उसने दुनिया भर में अपने अनुयायियों को अमरत्व पाने की खोज में भेजा।
और इसी दौरान यह राजा ने अपने मकबरे का काम भी शुरू कर दिया था ।
यह मकबरा राजा कि सब पसंदीदा चीजों से भरा हुआ है जो खोज करता को मिली।
यह मकबरा सिर्फ आर्मी से ही नहीं बना लेकिन उसके साथ साथ तिरंदाज, घुड़सवार यहां तक की उसके सलाहकार और आम लोगों से भी भरा पड़ा है ।
यह मकबरे को बनाने के लिए तकरीबन 36 साल और 7 लाख से भी ज्यादा लोग बनाने में लगे।
खोजकर्ताओं को आश्चर्यचकित कर देने वाली बात यह मिली के 8000 से भी ज्यादा पुतलों में एक भी पुतला एक दूसरे से नहीं मिलता था सारे के सारे पुतले बिल्कुल अलग थे।
खोजकर्ताओं का मानना है की सारे के सारे पुतले राजा के सबसे वफादार सैनिकों के पुतले थे जो हर वक्त राजा की सेवा करने में तत्पर रहा करते थे।
खोजकर्ताओं ने यह पुतले पर काफी संशोधन किया लेकिन आज तक यह पता नहीं चल पाया के राजा ने उसके वफादार सैनिकों के पुतले क्यों बनाए थे??
क्या राजा के अमर रहने की खोज सफल हुई थी या फिर उसे यह पता चल गया था कि मौत से कैसे वापस आ सकते थे?? क्या यह राजा वापस आएगा और अपने इन वफादार सैनिकों के साथ मिलकर पूरी दुनिया पर अपना राज फिर से लाने की कोशिश करेगा??
यह एक आज का अनसुलझा रहस्य बना हुआ है जो शायद आने वाले भविष्य में ज्यादा खोजों से पता चलेगा की यह राजा ने अपने इन वफादार सैनिकों के पुतले क्यों बनाए थे और अपने मकबरे के आसपास ही क्यों उसे दफनाया था???
हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने जब चीन की यात्रा की थी तो उन्होंने भी यहां पर अपने कई फोटो टेराकोटा आर्मी के साथ खिचवाई थे।
अगर इस तरह की रहस्यमय दुनिया को जानना चाहते हो तो मेरे फेसबुक पेज पर भी लाइक कर सकते हो ।
मेरे facebook पेज को लाइक करने के लिए यहां पर क्लिक करे
https://www.facebook.com/liefstyle2050/
बहुत उम्दा जानकारी
ReplyDeleteशुक्रिया
Delete